राजस्थान में एक कहावत है "अपणो कई जावे"

 

आज हम चिकित्सकों के पास ARISDA, RDA, RMCTA, PDA जैसी असंख्य associations हैं.... . ..पर हर संगठन की भांति ये सब भी अपने-अपने व्यक्तिगत हितों को साधने हेतु ही अपने-अपने उत्तम संसाधनों का उपयोग करने को तत्पर रहते हैं। इसीलिए शायद कभी किसी एक समस्या के समाधान हेतु ये सब एक मंच पर नहीं आ पाते.........किसी भी एक association की problem पर दूसरे association वाले अक्सर यही सोचते हैं......."अपणो कई जावे।"

 

निजी चिकित्सकों की समस्याओं पर हर वह 'ज्योति' जिसकी तरफ आशा से देखा जाता था, वह स्वयं अपने 'आंगन' को रोशन करने में ही अपना सारा 'तेल' जलाती और मसरूफ रहती हुई मानो यही कहती, "अपणो कई जावे।"

 

इसलिए जरूरत महसूस हुई 'UPCHAR' की। ........UPCHAR अर्थात The United Private Clinics & Hospitals Association of Rajasthan....

....निजी चिकित्सको की अपनी आशा की 'ज्योति'........जो निजी क्लीनिक्स और चिकित्सालयों के अपने 'आंगन' को रोशन करने के इरादे से बनाई गई है।

 

हमे यह भी नहीं भूलना चाहिए, कि इन समस्त 'ज्योतियों' का मूल IMA ही है। और इनका बनना न केवल IMA को और सशख़्त करेगा वरन उसकी कुशलता को भी और निखारेगा। ये सब IMA रूपी शरीर के ही वे organs हैं, जो आने-अपने functions में specialised हैं। ऐसे ही specialised organs के division of labour से IMA रूपी शरीर ही हष्ट और पुष्ट बन पायेगा, यही हम सब की सोच भी है और आशा भी।

 

जय श्री विठ्ठल।